Movie/Album: हाज़िर (1992)
Music By: जॉली मुखर्जी
Lyrics By: जॉली मुखर्जी
Performed By: हरिहरन
कोई साया झिलमिलाया
रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया
रात के पिछले पहर
भीगते लम्हे सुलगती रात और तन्हाइयाँ
सबने दीवाना बनाया रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया...
हम तो अपने आप ही से गुफ़्तगू करते रहे
हाल-ए-दिल ख़ुद को सुनाया रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया...
जाते-जाते अश्क़ सारी रात ही जाती रही
आते-आते वो न आया रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया...
from Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल https://hindilyricspratik.blogspot.com/2025/09/koi-saya-jhilmilaya-hariharan-hazir.html
Music By: जॉली मुखर्जी
Lyrics By: जॉली मुखर्जी
Performed By: हरिहरन
कोई साया झिलमिलाया
रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया
रात के पिछले पहर
भीगते लम्हे सुलगती रात और तन्हाइयाँ
सबने दीवाना बनाया रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया...
हम तो अपने आप ही से गुफ़्तगू करते रहे
हाल-ए-दिल ख़ुद को सुनाया रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया...
जाते-जाते अश्क़ सारी रात ही जाती रही
आते-आते वो न आया रात के पिछले पहर
फिर मुझे वो याद आया...
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