ज़ब्त-ए-ग़म का सिला - Zabt-e-Gham Ka Sila (Hariharan, Ghazal Ka Mausam)

Movie/Album: ग़ज़ल का मौसम (1981)
Music By: उस्ताद ग़ुलाम मुस्तफ़ा ख़ान
Lyrics By: क़ाबिल अजमेरी
Performed By: हरिहरन

ज़ब्त-ए-ग़म का सिला न दे जाना
ज़िन्दगी की दुआ न दे जाना
ज़ब्त-ए-ग़म का...

बे-कसी से बड़ी उम्मीदें हैं
तुम कोई आसरा न दे जाना
ज़िन्दगी की...

रात तारीक राह न हमवार
शाम-ए-ग़म को हवा न दे जाना
ज़िन्दगी की...

कोई एहसान कर के 'क़ाबिल' पर
दोस्ती की सज़ा न दे जाना
ज़िन्दगी की...

from Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल https://hindilyricspratik.blogspot.com/2025/11/zabt-e-gham-ka-sila-hariharan.html
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