Movie/Album: दिल की बात (1990)
Music By: हरिहरन
Lyrics By: इब्राहिम अश्क़
Performed By: हरिहरन
बहुत प्यारे हैं मंज़र रुत हसीं है
निकल आ घर से बाहर रुत हसीं है
न देखो इस क़दर मीठी नज़र से
पिघल जाएँगे पत्थर रुत हसीं है
निकल आ घर...
अगर जी चाहता है चाहने दे
किसी को देख हँस कर रुत हसीं है
निकल आ घर...
ग़ज़ल इक 'अश्क़' अपने रु-ब-रू है
हमारा दिल है शायर रुत हसीं है
निकल आ घर...
from Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल https://hindilyricspratik.blogspot.com/2025/09/rut-haseen-hai-hariharan-dil-ki-baat.html
Music By: हरिहरन
Lyrics By: इब्राहिम अश्क़
Performed By: हरिहरन
बहुत प्यारे हैं मंज़र रुत हसीं है
निकल आ घर से बाहर रुत हसीं है
न देखो इस क़दर मीठी नज़र से
पिघल जाएँगे पत्थर रुत हसीं है
निकल आ घर...
अगर जी चाहता है चाहने दे
किसी को देख हँस कर रुत हसीं है
निकल आ घर...
ग़ज़ल इक 'अश्क़' अपने रु-ब-रू है
हमारा दिल है शायर रुत हसीं है
निकल आ घर...
from Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल https://hindilyricspratik.blogspot.com/2025/09/rut-haseen-hai-hariharan-dil-ki-baat.html
Sport:
Lyrics