Movie/Album: राम बलराम (1980)
Music By: लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्शी
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोसले
हे यार की ख़बर मिल गई, गई
प्यार की नज़र मिल गई, गई
दूर थी बहुत मंज़िल अपनी
पास ही मगर मिल गई, गई
यार की ख़बर...
ऐसा है समाँ के हम दिल लगे थामने
जाने क्या पयाम दिया हमें इस शाम ने
बड़ा तड़पाया मेरा दिल किसी नाम ने
आया वो मकाम अब नज़रों के सामने
उनकी गली भी हमें मिल जाएगी
जिनकी डगर मिल गई, गई
यार की ख़बर...
आते-जाते रस्ते में यारों से ये पूछा
एक ही सवाल था, हज़ारों से ये पूछा
कहाँ पे वो फूल है, बहारों से ये पूछा
कहाँ पे वो चाँद है, सितारों से ये पूछा
रात भर हम जिसे ढूँढते रहे
अब वो सहर मिल गई, गई
यार की ख़बर...
रस्ता भुला न दे खुशी मंजिल की
सर पे खड़ी है जो घड़ी है मुश्किल की
हमसे लड़ी हैं आँखें किसी कातिल की
होगी मुलाक़ात कब दिल से दिल की
दिल भी कभी न कभी मिल जाएँगे
आँख अगर मिल गई, गई
यार की ख़बर...
Lyrics By: आनंद बक्शी
Performed By: किशोर कुमार, आशा भोसले
हे यार की ख़बर मिल गई, गई
प्यार की नज़र मिल गई, गई
दूर थी बहुत मंज़िल अपनी
पास ही मगर मिल गई, गई
यार की ख़बर...
ऐसा है समाँ के हम दिल लगे थामने
जाने क्या पयाम दिया हमें इस शाम ने
बड़ा तड़पाया मेरा दिल किसी नाम ने
आया वो मकाम अब नज़रों के सामने
उनकी गली भी हमें मिल जाएगी
जिनकी डगर मिल गई, गई
यार की ख़बर...
आते-जाते रस्ते में यारों से ये पूछा
एक ही सवाल था, हज़ारों से ये पूछा
कहाँ पे वो फूल है, बहारों से ये पूछा
कहाँ पे वो चाँद है, सितारों से ये पूछा
रात भर हम जिसे ढूँढते रहे
अब वो सहर मिल गई, गई
यार की ख़बर...
रस्ता भुला न दे खुशी मंजिल की
सर पे खड़ी है जो घड़ी है मुश्किल की
हमसे लड़ी हैं आँखें किसी कातिल की
होगी मुलाक़ात कब दिल से दिल की
दिल भी कभी न कभी मिल जाएँगे
आँख अगर मिल गई, गई
यार की ख़बर...