Movie/Album: कोहरा (1964)
Music By: हेमंत कुमार
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर
ओ बेक़रार दिल
हो चुका है मुझको आँसुओं से प्यार
मुझे तू ख़ुशी न दे, नई ज़िन्दगी न दे
ओ बेक़रार दिल...
मिली चमन को बहार, हँसी फूल को मिली
गीत कोयल को मिले, और मैंने पाई ख़ामोशी
मुझे बाँसुरी न दे, कोई रागिनी न दे
ओ बेक़रार दिल...
काली घटा, घिर के घटा छाए
और प्यासी कली, ग़म की जली, तरस-तरस जाए
रहे सदा जो मेरा, वही मेरी ज़िन्दगी
है रोज़ अंधेरा और चार दिन की चाँदनी
मुझे चाँदनी न दे, मुझे रौशनी न दे
ओ बेक़रार दिल...
Lyrics By: कैफ़ी आज़मी
Performed By: लता मंगेशकर
ओ बेक़रार दिल
हो चुका है मुझको आँसुओं से प्यार
मुझे तू ख़ुशी न दे, नई ज़िन्दगी न दे
ओ बेक़रार दिल...
मिली चमन को बहार, हँसी फूल को मिली
गीत कोयल को मिले, और मैंने पाई ख़ामोशी
मुझे बाँसुरी न दे, कोई रागिनी न दे
ओ बेक़रार दिल...
काली घटा, घिर के घटा छाए
और प्यासी कली, ग़म की जली, तरस-तरस जाए
रहे सदा जो मेरा, वही मेरी ज़िन्दगी
है रोज़ अंधेरा और चार दिन की चाँदनी
मुझे चाँदनी न दे, मुझे रौशनी न दे
ओ बेक़रार दिल...