Movie/Album: आज़ाद (1955)
Music By: सी रामचंद्र
Lyrics By: राजेन्द्र कृष्ण
Performed By: चितलकर, लता मंगेशकर
कितना हसीं है मौसम, कितना हसीं सफ़र है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...
मिलती नहीं हैं मंज़िल, राही जो हो अकेला
दो हो तो फिर जहाँ भी, चाहे लगा लो मेला
दिल मिल गए तो फिर क्या, जंगल भी एक घर है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...
ना जाने हवाएँ क्या कहना चाहती हैं
पंछी तेरी सदाएँ क्या कहना चाहती हैं
कुछ तो है आज जिसका, हर चीज़ पर असर है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...
कुदरत ये कह रही है, आ दिल से दिल मिला ले
उल्फत से आग लेकर, दिल का दिया जला ले
सच्ची अगर लगन है, फिर किसका तुझको डर है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...
Lyrics By: राजेन्द्र कृष्ण
Performed By: चितलकर, लता मंगेशकर
कितना हसीं है मौसम, कितना हसीं सफ़र है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...
मिलती नहीं हैं मंज़िल, राही जो हो अकेला
दो हो तो फिर जहाँ भी, चाहे लगा लो मेला
दिल मिल गए तो फिर क्या, जंगल भी एक घर है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...
ना जाने हवाएँ क्या कहना चाहती हैं
पंछी तेरी सदाएँ क्या कहना चाहती हैं
कुछ तो है आज जिसका, हर चीज़ पर असर है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...
कुदरत ये कह रही है, आ दिल से दिल मिला ले
उल्फत से आग लेकर, दिल का दिया जला ले
सच्ची अगर लगन है, फिर किसका तुझको डर है
साथी है खूबसूरत, ये मौसम को भी खबर है
कितना हसीं है मौसम...