एक हुस्न की देवी से - Ek Husn Ki Devi Se (Mehdi Hassan, Meri Zindagi Hai Naghma)
Movie/Album: मेरी ज़िन्दगी है नग़मा (1972)
Music By: निसार बज़मी
Lyrics By: शेवान रिज़वी
Performed By: मेहदी हसन
एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था
दिल उसकी मुहब्बत में गिरफ्तार हुआ था
एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था
वो रूप के जिस रूप से कलियाँ भी लजाएँ
वो रूप हाय हाय
वो ज़ुल्फ़ के जिस ज़ुल्फ़ से शरमाएँ घटाएँ
मयखाने निगाहों में अदाओं के तराने
दे डाले मुझे उसने मोहब्बत के ख़ज़ाने
हाँ ऐसी ही एक रात थी
हाँ ऐसी ही एक रात थी, ऐसा ही समा था
ये चाँद भी पूरा था, ज़माना भी जवाँ था
इक पेड़ के साये में जब इक़रार हुआ था
इक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था
कश्मीर की वादी के वो पुर कैफ नज़ारे
कश्मीर हाय हाय
लम्हात मोहब्बत के जहाँ हमने गुज़ारे
अंगड़ाइयाँ लेकर मेरी बाहों के सहारे
गुलनार नज़र आती थी वो शर्म के मारे
येक/एक तरफ़ा न थे हुस्न-ओ-मोहब्बत के इशारे
उसने भी कई बार मेरे बाल सँवारे
एहसास का जज़्बात का इज़हार हुआ था
इक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था
कुछ रोज़ कटे यूँ भी बुरा वक़्त जब आया
कुछ रोज़ हाय हाय
कुछ रोज़ कटे यूँ भी बुरा वक़्त जब आया
उस हुस्न की देवी ने भी नज़रों को फिराया
ग़ुरबत ने ज़माने की निगाहों से गिराया
आँचल मेरे हाथों से मोहब्बत ने छुड़ाया
एक रात को उसने मुझे सोता हुआ छोड़ा
चल दी वो कहीं, प्यार को रोता हुआ छोड़ा
सोया हुआ मैं नींद से जागा जो सवेरे
वो जब न मिली छा गए आँखों में अँधेरे
तक़दीर किसी को भी बुरे दिन न दिखाए
होते हैं बुरे वक़्त में अपने भी पराये
क्या प्यार भी दौलत का तलबग़ार हुआ था
एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था
दिल उसकी मुहब्बत में गिरफ्तार हुआ था
एक हुस्न की देवी से मुझे प्यार हुआ था
हाय प्यार हुआ था