Movie/Album: हाज़िर (1992)
Music By: जॉली मुखर्जी, हरिहरन
Lyrics By: जॉली मुखर्जी
Performed By: हरिहरन, ज़ाकिर हुसैन
ज़िन्दगी जाम से बहलाने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो मयख़ाने चले जाएँगे
ज़िन्दगी जाम से...
तेरे मयख़ाने की रौनक है हमारे दम से
तूने मुॅंह मोड़ा तो दीवाने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो...
हम समझते हैं तेरी ऑंखों की क़ीमत साक़ी
दे के कुछ होश के नज़राने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो...
ख़ैर हम आज चले जाते हैं प्यासे साक़ी
कल बहुत दूर ये अफ़साने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो...
from Lyrics In Hindi - लफ़्ज़ों का खेल https://hindilyricspratik.blogspot.com/2024/04/zindagi-jaam-se-hariharan-haazir.html
Music By: जॉली मुखर्जी, हरिहरन
Lyrics By: जॉली मुखर्जी
Performed By: हरिहरन, ज़ाकिर हुसैन
ज़िन्दगी जाम से बहलाने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो मयख़ाने चले जाएँगे
ज़िन्दगी जाम से...
तेरे मयख़ाने की रौनक है हमारे दम से
तूने मुॅंह मोड़ा तो दीवाने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो...
हम समझते हैं तेरी ऑंखों की क़ीमत साक़ी
दे के कुछ होश के नज़राने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो...
ख़ैर हम आज चले जाते हैं प्यासे साक़ी
कल बहुत दूर ये अफ़साने चले जाएँगे
ग़म सताएगा तो...
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