Movie/Album: लव आज कल (2020)
Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: रफ्तार
अरे यो, देखो ये है तेरी लव स्टोरी
सुन ले तू विस्तार में
इक दिन वो तेरे ते दिखी
और तू भी उसे दिखा
झटपट पड़ गये प्यार में
पहली बार में घायल
नजर नजर के वार में
लव आया ऐयर में
दिल यह चौथे गेर में
कभी तुम ना बिछड़ोगे
यह कसम वसम लोगे
फिर टेंशन लाएगी पास में
वाह-वाह दो बदन सिंगल जाँ
वो जहाँ तू वहाँ
पीछे तू साए सा
चारे सी ऊपर वो नीचे तू गाय सा
गर मगर लड़ेगा तू भिड़ेगा तू
कमिट जो है करेगा तू
यही फँसेगा तू
अब अब अब फँसेगा तू
रस्में बनाते हम खुद को फँसाते हम
परमेसरा ओ परमेसरा
सोशल दरिंदे हैं, कहने को बंदे हैं
परमेसरा ओ परमेसरा परमेसरा
गिलटों में शर्मों में
उलझे हैं धर्मो में
परमेसरा ओ परमेसरा
तू तो पुरुषोत्तम है
दुनिया ही कंडम है
परमेसरा ओ परमेसरा परमेसरा
झूठे-झूठे सारे शो ऑफ हो के मारे
हीपोक्रिटिक बातें पिछवाड़े पे लातें मारूँ मैं
तुम्हारे झूठे-झूठे सारे
होता जो मैं खोता जहाँ चाहे सोता
बैलों को ना बोले कोई पाजी लुचा
नंगा पुंगा भी वो चंगा
तेरे मेरे पे ही लगे रहे ताले
तूने मैंने डाले कपड़े हैं साले
जग ले पग ले उठ ले भग ले
मर के लड़के चोटी चढ़ के
जिसके चाहे पीछे लग ले
अगली ठग ले
फिर रोके फिर रो में क्यूँ फँसा
साले रोमैंटिक कनफ्यूजण में क्यूँ फँसा
इनऑर्गेनिक इक्वेशण में क्यूँ फँसा
टेढ़ी मेढ़ी रस्मों से बाँधे ये कसमों से
बाँधे ये तो कोई तो टूटेगा
भेड़ों सा छूटेगा बम सा फूटेगा
सोशली फंसाई है
नहीं मैं जो वो ही मुझे बनाई है
ये मुझसे धोखा है
मिलोर्ड ये मुझसे धोखा है
रस्में बनाते हम...
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Music By: प्रीतम चक्रबर्ती
Lyrics By: इरशाद कामिल
Performed By: रफ्तार
अरे यो, देखो ये है तेरी लव स्टोरी
सुन ले तू विस्तार में
इक दिन वो तेरे ते दिखी
और तू भी उसे दिखा
झटपट पड़ गये प्यार में
पहली बार में घायल
नजर नजर के वार में
लव आया ऐयर में
दिल यह चौथे गेर में
कभी तुम ना बिछड़ोगे
यह कसम वसम लोगे
फिर टेंशन लाएगी पास में
वाह-वाह दो बदन सिंगल जाँ
वो जहाँ तू वहाँ
पीछे तू साए सा
चारे सी ऊपर वो नीचे तू गाय सा
गर मगर लड़ेगा तू भिड़ेगा तू
कमिट जो है करेगा तू
यही फँसेगा तू
अब अब अब फँसेगा तू
रस्में बनाते हम खुद को फँसाते हम
परमेसरा ओ परमेसरा
सोशल दरिंदे हैं, कहने को बंदे हैं
परमेसरा ओ परमेसरा परमेसरा
गिलटों में शर्मों में
उलझे हैं धर्मो में
परमेसरा ओ परमेसरा
तू तो पुरुषोत्तम है
दुनिया ही कंडम है
परमेसरा ओ परमेसरा परमेसरा
झूठे-झूठे सारे शो ऑफ हो के मारे
हीपोक्रिटिक बातें पिछवाड़े पे लातें मारूँ मैं
तुम्हारे झूठे-झूठे सारे
होता जो मैं खोता जहाँ चाहे सोता
बैलों को ना बोले कोई पाजी लुचा
नंगा पुंगा भी वो चंगा
तेरे मेरे पे ही लगे रहे ताले
तूने मैंने डाले कपड़े हैं साले
जग ले पग ले उठ ले भग ले
मर के लड़के चोटी चढ़ के
जिसके चाहे पीछे लग ले
अगली ठग ले
फिर रोके फिर रो में क्यूँ फँसा
साले रोमैंटिक कनफ्यूजण में क्यूँ फँसा
इनऑर्गेनिक इक्वेशण में क्यूँ फँसा
टेढ़ी मेढ़ी रस्मों से बाँधे ये कसमों से
बाँधे ये तो कोई तो टूटेगा
भेड़ों सा छूटेगा बम सा फूटेगा
सोशली फंसाई है
नहीं मैं जो वो ही मुझे बनाई है
ये मुझसे धोखा है
मिलोर्ड ये मुझसे धोखा है
रस्में बनाते हम...
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